आशुतोष गोवारिकर की विवादित फिल्म 'पानीपत' (Panipat) बहादुरगढ़ में भी बंद हो गई है. शहर के एकमात्र मल्टीप्लेक्स (Multiplex) के बाहर से फिल्म का पोस्टर (Film Poster) हटा दिया गया है. क्रोना आरकेड मॉल के बाहर सुरक्षा के लिये पुलिसकर्मी लगा दिये गये हैं. दरअसल पानीपत फिल्म में महाराज सूरजमल को मदद के बदले मराठों से आगरा का किला मांगते हुए दिखाया गया है. इसी को लेकर जाट समाज फिल्म के विरोध में उतर आया है, जगह जगह प्रदर्शन और फिल्म के बहिष्कार की अपील भी की जा रही है.
जाट समाज यूके के सदस्य और अखिल भारतीय जाट महासभा के यूके प्रभारी रोहित अहलावत ने लंदन में फिल्म का विरोध करने का एलान किया है, रोहित अहलावत ने लंदन से वीडियो संदेश जारी कर जाट सांसदो और खिलाड़ियों से भी फिल्म का विरोध और बहिष्कार करने की अपील की है. रोहित अहलावत ने संदेश में कहा कि आस्ट्रेलिया, फ्रांस और यूएसए में भी फिल्म का विरोध किया जा रहा है.
शो देखने सिर्फ आए थे 5 दर्शक
वहीं शहर में फिल्म के संभावित विरोध को देखते हुए पुलिस बल सक्रिय हो गया. खूफिया विभाग के सदस्यों और पुलिस के कहने पर मूवी टाइम ने फिल्म का प्रर्दशन भी रोक दिया. मूवी टाइम के सुपरवाईजर विजय ने बताया कि फिल्म को वैसे भी दर्शकों का कोई खास रिस्पांस नहीं मिल रहा है. रात के शो में महज 5 दर्शक पहुंचे थे और आज सुबह के शो में सिर्फ 12 दर्शक ही आये थे. लेकिन पुलिस के आने के बाद शो को भी बंद कर दिया और फिल्म का पोस्टर भी उतार दिया गया है.
जाट नेता ने कही ये बात
जाट नेता ने कहा कि पानीपत के युद्ध में अहमद शाह अब्दाली ने मराठों को बुरी तरह से हराया था. युद्ध में हार के बाद मराठाओं की महिलाओं को जाट महाराजा सूरजमल ने ही शरण दी और उनकी रक्षा की थी. बाद में अपनी सेना की अगुवाई में महाराजा सूरजमल ने मराठा महिलाओं और सैनिकों को वापस उनके घर भेजा था.